किसानो के लिए तालाब और बेरोजगार के लिए रोजगार : नरेन्द्र मोदी

देश में आए दिन किसान आत्महत्या कर रहे है और इसकी वजह है अच्छी फसल ना हो पाना। फसल की बर्बादी में कही न कही पानी की कमी मुख्य वजह है। इसी परेशानी से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि सरकार पांच लाख खेत तालाब बनाने जा रही है। जी हां तालाब तो बनेंगे ही लेकिन प्रधानमंत्री ने इस कार्य को मनरेगा के तहत भी जोड़ा गया है जिससे रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। साथ ही प्रधानमंत्री ने किसानों से खेतों में कम रासायनिक उर्वरक डालने और वैज्ञानिक पद्धति से खेती को आगे बढ़ाने के साथ कम लागत, अधिक पावत मंत्र को अपनाने का सुझाव दिया।

जागरूकता की आवश्यकता..

आकाशवाणी पर आज प्रसारित मन की बात कार्यक्रम में अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा, आपने देखा होगा कि हमने 5 लाख तालाब, खेत-तालाब बनाने का बीड़ा उठाया है। मनरेगा से भी जल संचय के लिए बल दिया है। गांव-गांव पानी बचाओ, आने वाली बारिश में बूंद बूंद पानी कैसे बचाएं। गांव का पानी गांव में रहे, ये अभियान कैसे चलायें, आप योजना बनाइए, सरकार की योजनाओं से जुड़िए ताकि एक ऐसा जन-आंदोलन खड़ा करें। हम पानी का माहत्म्य समझें और पानी संचय के लिए हर कोई जुड़़े। मोदी ने कहा कि देश में कई ऐसे गांव होंगे, कई ऐसे प्रगतिशील किसान होंगे, कई ऐसे जागरूक नागरिक होंगे जिन्होंने इस काम को किया होगा लेकिन फिर भी अभी और ज्यादा करने की आवश्यकता है।

भेज सकते है शिकायत..

प्रधानमंत्री ने किसानों से आग्रह किया कि इस बारे में कुछ कमी महसूस होती है तो वे उन्हें शिकायत भी भेज सकते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि बाकी लोगों के लिए यह समय छुट्टियों का होता है लेकिन किसान के लिए तो और भी पसीना बहाने का अवसर बन जाता है। वो वर्षा का इंतजार करता है और इंतजार के पहले किसान अपने खेत को तैयार करने के लिए जी-जान से जुट जाता है, वो बारिश की एक बूंद भी बर्बाद नहीं होने देना चाहता है।

मिलकर करे कार्य..

पुरानी जगहों को फिर से एक बार खुदाई करके, सफाई करके अधिक जल-संचय के लिए तैयार कर सकते हैं। जितना पानी बचायेंगे, उतना लाभ होगा। हाल ही में आयोजित किसान मेले का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले दिनों भारत सरकार ने बहुत बड़ा किसान मेला लगाया था जिसमें कषि क्षेत्र में आए बदलाव को देखने का मौका मिला। लेकिन कषि क्षेत्र में हद से ज्यादा रासायनिक उर्वरकों का उपयोग बर्बादी का कारण बन जायेगा। हर चीज संतुलित होनी चाहिये और इससे खर्च भी कम होगा, पैसे आपके बचेंगे।